क्यों उतरती है सर्दियों के मौसम में त्वचा की परत ?
सर्दियों के मौसम में त्वचा का शुष्क हो जाना एक आम समस्या है। ऐसा तापमान में कमी और हवा में नमी की कमी के कारण होता है। इसके अलावा ठंड में प्यास कम लगने से पानी कम पिया जाता है और त्वचा रूखी हो जाती है। ऐसे में चेहरे पर दूध - मलाई लगाकर या बढ़िया क्रीम लगाकर खोई हुई चमक को वापस पाया जा सकता है। लेकिन कभी-कभी कुछ अन्य कारणों की वजह से भी त्वचा को नुकसान पहुंचने लगता है और वह शुष्क होने के साथ- साथ छिलने भी लगती है। ऐसा ना हो, इसके लिए सर्दियों के मौसम में त्वचा को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत पड़ती है।
क्यों छिल जाती है त्वचा ?
(1) दवाओं का सेवन Medicines Uses- कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट त्वचा को झेलने पड़ते हैं। ब्लड प्रेशर की दवाएं, मिर्गी जैसे दौरे की दवाएं आदि के सेवन से त्वचा प्रभावित हो सकती है।
(2) धूप का प्रभाव Sun Effects: संवेदनशील त्वचा वाले लोगों की त्वचा सूरज की तेज किरणें ज्यादा देर तक बर्दाश्त नहीं कर पाती हैं। परिणामस्वरूप त्वचा पर रैशेज, लालिमा, सूजन और त्वचा छिलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
(3) सोरायसिस और एग्जिमाः यह दोनों ही त्वचा संबधी रोग हैं, जिनमें त्वचा पर लाल, भूरे या सफेद रंग के पपड़ीदार धब्बे पड़ने लगते हैं और प्रभावित स्थान से त्वचा छिलने लगती है। इस स्थिति में दर्द के साथ खुजली की समस्या भी परेशान करने लगती है।
(4) पीलिंग स्किन सिंड्रोमः यह त्वचा की एक दुर्लभ बीमारी है, जिसमें त्वचा पर लालिमा और सूजन आने के बाद वह उस स्थान से छिलने लगती है।
(5) पोषण की कमीः शरीर में विटामिन बी थ्री या विटामिन-ए की विषाक्तता की वजह से भी त्वचा प्रभावित होकर छिल सकती है।
(6) एलर्जी की समस्याः कभी-कभी कोई नया सौंदर्य प्रसाधन इस्तेमाल करने से त्वचा पर एलर्जी हो जाती है। जैसे नया हेयर कलर लगाने से या कोई नई क्रीम लगाने से त्वचा पर जलन, सूजन और दाने हो सकते हैं। यदि ध्यान ना दिया जाए तो त्वचा उतर भी सकती है। साथ ही बहुत तेज गर्म पानी से नहाना, जरूरत से ज्यादा स्क्रब करना या स्वच्छता का ध्यान ना रखने से भी खुजली के साथ त्वचा छिल सकती है। इसके अतिरिक्त हाइपोथायरॉयडिज्म या किसी प्रकार के फंगल इंफेक्शन से भी त्वचा को नुकसान सकता है। पहुंच
सर्दियों के मौसम में शुष्क त्वचा की कैसे करें देखभाल
(1) साबुन को कहें अलविदाः साबुन में कास्टिक सोडा समेत तमाम तरह के केमिकल होते हैं, जो त्वचा का प्राकृतिक तेल और नमी छीन लेते हैं। साबुन की बजाय फोम या क्रीम बेस्ड क्लींजर का इस्तेमाल करें।
(2) अच्छे मॉइस्चराइजर का इस्तेमालः अपनी त्वचा के अनुरूप कोई अच्छे ब्रांड का मॉइस्चराइजर चुनें। बेहतर होगा कि नहाने के फौरन बाद आप मॉइस्चराइजर लगा लें क्योंकि नम त्वचा ज्यादा बेहतर तरीके से उसे अवशोषित कर सकती है।
(3) नमी को करें लॉकः सिर्फ एक विंटर क्रीम लगाकर त्वचा की पूरी देखभाल नहीं की जा सकती है। सही तकनीक का इस्तेमाल करते हुए स्किन केयर प्रोडक्ट्स लगाएं। जैसे फेस सीरम लगाने के बाद उस पर अपना पसंदीदा मॉइस्चराइजर लगाएं और अंत में बैरियर रिपेयर क्रीम का इस्तेमाल करें।
(4) सनस्क्रीन का इस्तेमालः ऐसा सोचना गलत है कि सनस्क्रीन की जरूरत सिर्फ गर्मियों में ही पड़ती है क्योंकि सूरज की हानिकारक किरणें सर्दी के मौसम में भी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए एसपीएफ युक्त सनस्क्रीन का नियमित इस्तेमाल सर्दियों में भी करें।
(5) बार-बार मुंह ना धोएं: चेहरे से धूल-मिट्टी हटाने के लिए बार-बार मुंह ना धोएं क्योंकि इससे त्वचा और अधिक शुष्क हो जाएगी। इसी प्रकार बिना वजह बार-बार पानी में हाथ ना डालें और हाथ धोने के बाद हर बार हैंड क्रीम जरूर लगाएं।
(6) मौसम के अनुरूप प्रोडक्ट में बदलाव: सर्दी के मौसम में रेटिनॉल और AHA युक्त एंटी एजिंग प्रोडक्ट शुष्क त्वचा को और ज्यादा रूखा बना सकते हैं। स्किन एक्पर्ट की सलाह से इनके इस्तेमाल में फेरबदल करें।
(7) सिलिकॉन फेस स्क्रबः त्वचा से मृत त्वचा को हटाने के लिए नियमित स्क्रब करना बहुत जरूरी है। लेकिन सही ढंग से ऐसा ना करने से त्वचा छिल भी सकती है। ऐसे में सिलिकॉन स्क्रब के इस्तेमाल द्वारा त्वचा को बिना नुकसान पहुंचाए मृत त्वचा को हटाया जा सकता है। यह स्क्रबर ना केवल गहराई से त्वचा की सफाई करता है l